Sunday, May 19th, 2024

चोर बदमाशों को पकड़ने वाले पुलिस अफसर अब रिटायर होकर पकड़ेंगे नकलची 

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय 22 अप्रैल से प्रायोगिक और एक मई से थ्यौरी परीक्षाएं लेने जा रहा है। ये परीक्षा 25 मई तक चलेंगी। विवि ने पहली बार पूर्व आईपीएस अफसरों के साथ पूर्व जज को उड़नदस्तों में शामिल किया है। वे प्रदेश के ढाई लाख विद्यार्थियों पर नजर रखेंगे। आरजीपीवी दो जनवरी से अगले सेमेस्टर शुरू करेगा।  

चोरों और बदमाशों को पकड़ने कर उन्हें कानून के कठघरे में खड़ा करने वाले पुलिस अफसर अब रिटायर हो चुके हैं। इसके बाद भी उनके समाज के प्रति जिम्मेदारी नहीं छूटी है। वे आरजीपीवी के उड़नदस्तों में शािमल होकर परीक्षाओं में पर्ची से नकल करने वाले विद्यार्थियों को खोजकर निकालेंगे। इसके लिए तीन उडनदस्ते तैयार किए गएहैं। इसमें करीब एक दर्जन पूर्व आईपीएस, जज और डीटीई शामिल हैं। परीक्षाओं में गत परीक्षा में नकलचियों की संख्या में इजाफ हुआ है। इसलिए आरजीपीवी ने सख्ती भी बढ़ाई है।

आरजीपीवी बीटेक प्रथम और द्वितीय दो मई से तीन जून तक, बीटेक तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं एक से 25 मई तक, चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं तीन से 21 मई तक लेगा। इसी दौरान बीई सातवें और आठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं भी चलेंगी। सभी विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 22 से 26 अप्रैल तक लेना कालेजों के लिए अनिवार्य किया गया है। एमटेक की परीक्षाओं का समय दोपहर दोपहर दो से पांच बजे तक तथा बीई व बीटेक की परीक्षाएं सुबह दस से दोपहर एक बजे तक चलेंगी। उक्त परीक्षाओं में करीब एक लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षाओं को नकल से मुक्त करने तंदरुस्त रिटायर्ड आईपीएस और पूर्व जज को रखा गया है। जबकि पूर्व की परीक्षाओं में  पूर्व आईएएस को शामिल किया जाता रहा है। गोपनीय विभाग ने उम्रदराज पर्यवेक्षकों को हटा दिया है। वे परीक्षाओं पर नकलचियों की निगरानी करेंगे। परीक्षा को सुरक्षा देने वाले उड़नदस्तों, पर्यवेक्षक और वीक्षक पर आरजीपीवी करीब एक करोड़ खर्च करेगी।  

रह रहेगी व्यवस्था 
प्रदेश स्तर पर होने वाली परीक्षा में भोपाल के 140 सहित राज्य में 300 पर्यवेक्षक नियुक्त होंगे। उन्हें 500 मानदेय और 150 रुपए यात्रा भत्ता के रूप में किए जाते हैं। इस हिसाब से करीब दो लाख रुपए दिए जाते हैं। आरजीपीवी ने 50 सदस्यों के नौ उड़नदस्ते बनाए हैं। उन्हें 750 रुपए के हिसाब से हर रोज करीब 40 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसमें करीब चालीस लाख रुपए आ रहा है। हर परीक्षा हाल में दो-दो वीक्षक नियुक्त होंगे। उन्हें 75-75 रुपए दिए जाएंगे। परीक्षा में 67 हजार वीक्षकों पर करीब पचास लाख रुपए व्यय होगा। 

सीसीटीवी से भी निगरानी 
पर्यवेक्षक, उड़नदस्तों और वीक्षकों की निगाहों से बचने के बाद भी विद्यार्थी नकल कर सकते हैं। इसलिए आरजीपीवी हरेक परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। परीक्षा होने के बाद सीसीटीवी के फुटेज देखे जाते हैं, ताकि नकलची को पड़ा जा सके। 

वर्जन 
आरजीपीवी की परीक्षाओं को नकल से मुक्त करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। सुरक्षा के सभी इंतजाम भी साथ में किए गए हैं। 
डॉ. सुनील कुमार गुप्ता , कुलपति, आरजीपीवी 

 

ये होंगे पूर्व आईपीएस और जज 

  • एससी त्रिपाठी, डीजी 
  • बीएस रघुवंशी, एडीजी 
  • आरके त्रिपाठी, एडीजी 
  • एसएस बरवाड़े, आईजी 
  • एपी सिंह, एडीजी
  • वायके शर्मा, डीटीई
  • आरके दिवाकर, डीजी 
  • एमपी द्विवेदी, एडीजी 
  • जेएन चतुर्वेदी, एडीजे 
  • डीएस कोरबू, आईजी
  • प्रेम शर्मा, डीआईजी
  • अजीत श्रीवास्तव, एडीजी  

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